फैक्ट चेक: क्या कांग्रेस सासंदों ने राममंदिर के शिलान्यास को लेकर किया था विरोध? जानिए क्या है इस प्रदर्शन की सच्चाई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अयोध्या के भव्य रामलला मंदिर का निर्माण कार्य अंतिम पड़ाव पर है। ऐसे में लोग मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया की दुनिया में एक पोस्ट तेजी से सर्कुलेट हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि राममंदिर के शिलान्यास के समय कांग्रेस सांसदों ने काले कपड़े पहन कर विरोध किया था।
दावा-
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे इस पोस्ट में यूजर ने फोटो शेयर करते हुए लिखा “कभी भूलें नहीं। 5 अगस्त 2020 को जब श्री राम जन्मभूमि का शिलान्यास हो रहा था उस दिन कांग्रेस के सांसद काले कपड़े पहनकर संसद में गए थे। इन सबको जेल के कपड़े पहनाने हैं।” इस फोटो में कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई लोग नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाओं के साथ शेयर कर रहे हैं।
पड़ताल-
भास्कर हिंदी ने इस वायरल पोस्ट की पड़ताल के लिए रिवर्स सर्च इमेज की मदद ली। इस दौरान हमें एक न्यूज वेबसाइट ‘आउटलुक’ की फोटो गैलरी में वायरल तस्वीर मिली। इस वेबसाइट के मुताबिक, 5 अगस्त 2022 को राहुल गांधी सहित कई कांग्रेस सांसदों ने काले कपड़े पहनकर राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाला था। आउटलुक की फोटो गैलरी में कुछ तस्वीरें और देखने को मिलीं, जिसमें सभी नेता मंहगाई, बेरोजगारी और जीएसटी दरों को लेकर मोदी सरकार का विरोध कर रहे थे।
इसके अलावा ‘द टेलीग्राफ’ की वेबसाइट पर दी गई खबर में यह फोटो नजर आया। साथ में लिखा गया, दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालने से रोका था। इसके साथ ही उन्हें हिरासत में भी लिया गया था।
काले कपड़े पहनकर विरोध कर रहे इन सांसदों का एक वीडियो हमें कांग्रेस के एक्स हैंडल पर भी मिला। जिसमें इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई समेत 64 सांसद शामिल नजर आए। इसके आलावा कांग्रेस ने पोस्ट करके राममंदिर के शिलान्यास को लेकर 5 अगस्त 2020 को ट्वीट कर शुभकामानाएं दी थी।
निष्कर्ष-
भास्कर हिंदी ने अपनी पड़ताल में पाया कि सोशल मीडिया में वायरल हो रहे पोस्ट में किया गया दावा पूरी तरह से गलत है। कांग्रेस सांसदों ने यह प्रदर्शन मंहगाई, बेरोजगारी के विरोध में किया था।